Class 6 Science Chapter 10 Notes ( गति एवं दूरियों का मापन ) in Hindi | Education Flare
Class 6 Science Chapter 10 Notes. मात्रक :- किसी भौतिक राशि की एक ज्ञात निश्चित राशि को मात्रक कहते हैं किसी माप केेेेेेेे परिणाम को दो भागों में व्यक
"Class 6 Science Chapter 10 Notes"
"गति एवं दूरियों का मापन"
मात्रक :- किसी भौतिक राशि की एक ज्ञात निश्चित राशि को मात्रक कहते हैं किसी माप केेेेेेेे परिणाम को दो भागों में व्यक्त किया जाता हैं। एक भाग संख्या होताा है दूसरा भाग ली गई माप का मात्रक होता है।
आजकल किसी चीज को मापने के लिए अंतर्रष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (S.I मात्रक) का उपयोग किया जाता है।
जब मीटर (m) को 100 बराबर भागों में विभाजित किया जाता है तब सेंटीमीटर बनता हैं 1 सेंटीमीटर के 10 बराबर भाग होते हैं जिन्हें मिली मीटर कहते हैं।
1m = 100cm
1cm = 10mm
लंबी दूरी को मापने के लिए किलोमीटर (Km) का उपयोग किया जाता है मीटर और सेंटीमीटर लंबी दूरी को मापने के लिए एक सुविधा जनक मात्रक नहीं है।
1Km = 1000m
लंबाई तथा दूरियां मापने के लिए प्रयोग किए जाने वाले (S.I मात्रक) = मिलीमीटर (mm), सेंटीमीटर (cm), मीटर (m), किलोमीटर (km)।
लंबाई मापने का सही तरीका :-
पैमाने को वस्तु के संपर्क में इसकी लंबाई के अनुदेश रखिए।
कुछ पैमानों के सिरे टूटे हो सकते हैं आप इन पैमानों के शुन्यांक स्पष्ट नहीं देख सकेंगे। ऐसे प्रकरणों में पैमाने के शुन्यांक से माप लेने से बचिए। आप पैमाने का कोई अन्य पूर्णांक जैसे 1.0 सेंटीमीटर को इस्तेमाल में ला सकते हैं।
माप लेने के लिए आंख की सही स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है आपकी आंख जिस बिंदु की माप लेनी जानी है उसके ठीक सामने होनी चाहिए।
सरल रेखीय गति :- सरल रेखा के एक अनुदिश गति को सरल रेखीय गति कहते हैं
जिस गति में किसी वस्तु की स्थिति निश्चित बिंदु से समान दूरी रहती है उसे वर्तुल गति कहते हैं।
कोई वस्तु एक निश्चित समय अंतराल के बाद अपनी गति को दोहराती है इस प्रकार की गति को आवर्ती गति कहते हैं।