Class 6 Science Chapter 14 Notes (जल) | Education Flare
Class 6 Science Chapter 14 Notes (जल)।वायु में जल वाष्पन तथा संघनन के प्रक्रमो द्वारा प्रवेश करता है।
बादल कैसे बनते हैं :-
Class 6 Science Chapter 14 Notes
"जल"
वायु में जल वाष्पन तथा संघनन के प्रक्रमो द्वारा प्रवेश करता है।
बादल कैसे बनते हैं :-
उत्तर-जैसे-जैसे हम पृथ्वी के पृष्ठ से ऊपर उठती जाती है ठंडी होती जाती है पर्याप्त ऊंचाई पर वायु इतनी ठंडी हो जाती है की इसमें उपस्थित जलवाष्प संघनित होकर छोटी-छोटी जल की बूंदों जिन्हें जल कणिका कहते है। मैं परिवर्तित हो जाती है यही छोटी जल कणिकाएं जो वायु में तैरती रहती है हमें बादलों के रूप में दिखाई देती है।
किताब के एक पृष्ठ को बनाने में दो गिलास जल की आवश्यकता होती है।
1 किलोग्राम गेहूं को बनाने में गेहूं के पौधे 500 लीटर जल का वाष्पोत्सर्जन द्वारा उपयोग करते हैं।
वर्षा कैसे होती है ? :-
जल वाष्पन के द्वारा जब भाप अधिक ऊंचाई पर पहुंच जाता है तब वह ठंडी हो जाती है और यह छोटी-छोटी जल कणिकाओं में बदल जाते हैं। जो हमें बादल के रूप में दिखाई देते हैं जब यह जल की बूंदे अधिक भारी हो जाती है तब यह नीचे की ओर गिरने लगती है यह गिरती हुई बूंदों को ही हम वर्षा कहते हैं।
वर्षा तथा हिम के रूप में भूमि पर गिरा अधिकांश जल अंततः महासागरों में वापस चला जाता है यह विभिन्न तरीकों से होता है।
भोम-जल :- वर्षा का कुछ भाग जल भूमि द्वारा शोक लिया जाता है और यह जल धीरे-धीरे भूमि के नीचे रिश्ता रहता है यह जल भूमि के नीचे इकट्ठा हो जाता है इसी जल को भोम जल कहते हैं।
जल चक्र :- भूमि की सतह पर वर्षा रूपी जल, ओलो तथा हिम के रूप में महासागरों में वापस पहुंच जाता है इस प्रकार जल पृथ्वी की ऊपरी सतह से जलवाष्प के रूप में वायु में जाता है। वर्षा ओलो तथा हिम क रूप में वापस लौटता है और अंत में वापस महासागरों में लौट जाता है जल के इस प्रकार चक्रण करने को जल चक्र कहते हैं।
वर्षा जल संग्रहण :- वर्षाके जल को एकत्र करना और उसका भंडारण कर के बाद में प्रयोग करना जल की उपलब्धता को वृद्धि करने का एक उपाय है।इस उपाय द्वारा वर्षा का जल एकत्र करने को वर्षा जल संग्रहण कहते हैं।
प्रश्न - यदि भारी वर्षा हो तो क्या होगा?
भारी वर्षा से नदियों, झीलों तथा तालाबों का जल स्तर बढ़ सकता है।
ऐसा होने पर जल एक बड़े क्षेत्र में फेल कर बाढ़ का कारण बन सकता है।
भारी वर्षा खेतों, वनो, गांवों और शहरों को जलमग्न कर सकता है।
हमारे देश में बाढ़ से फसलें, पालतू जानवर, संपदा तथा मानव जीवन की धारणा को क्षति होती है।
यदि काफी समय तक वर्षा ना हो तो क्या होगा ? :-
वाष्पन एवं वाष्पोत्सर्जन द्वारा मृदा से लगातार जल का नुकसान होते रहता है क्योंकि यह वर्षा द्वारा वापस नहीं लाया जा सकता है इसलिए मृदा सूख जाती है।
उस क्षेत्र के तालाबों और कुओं में जल का स्तर गिर जाता है। और उनमें से अधिक सुख भी जाते हैं भोम जल की भी कमी हो जाती है इससे सूखा पड़ सकता है।
सूखे की स्थिति में खाद्यान्न और चारा प्राप्त करना दुर्लभ हो जाता है।