Class 6 Geography Chapter 08 Notes
"भारत: जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी"
भारत के प्रमुख मौसम
- दिसंबर से फरवरी तक ठंडा मौसम (ठंडी)
- मार्च से मई तक गर्म मौसम (गर्मी)
- जून से सितंबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून का मौसम (वर्षा)
- अक्टूबर और नवंबर में मानसून के लौटने का मौसम (शरद)
ग्रीष्म ऋतु: गर्मी के मौसम में सूर्य की किरने अधिकतर सीधी पड़ती है तापमान बहुत अधिक हो जाता है। दिन के समय गर्म एवं शुष्क पवन बहती है जिसे लू जाता है।
वर्षा ऋतु: यह मानसून के आने तथा आगे बढ़ने का मौसम है इस समय पवन बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से स्थल की ओर बहती है वह अपने साथ नमी भी लाती है जब यह पवन पहाड़ों से टकराती है तब वर्षा होती है।
शरद ऋतु: इस समय पवन, स्थल भागों से लौटकर बंगाल की खाड़ी की ओर बहती है।
मानसून: मानसून शब्द अरबी भाषा के 'मौसिम' से लिया गया है जिसका अर्थ होता है मौसम।
किसी स्थान की जलवायु उसकी स्थिति, ऊंचाई, समुद्र से दूरी तथा उच्चावच पर निर्भर करती है।
नोट: विश्व में सबसे अधिक वर्षा मेघालय में स्थित मौसिनराम में होती है।
जलवायु: किसी स्थान पर अनेक वर्षा में मापी गई मौसम की औसत दशा को जलवायु कहते हैं।
प्राकृतिक वनस्पति: झाड़ियां तथा पौधे जो बिना मनुष्य की सहायता के उपजते हैं उन्हें प्राकृतिक वनस्पति कहा जाता है।
हमें वनों की आवश्यकता क्यों है?
- वन हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है यह विभिन्न कार्य करते हैं पेड़, पौधे ऑक्सीजन छोड़ते हैं जिसे हम सांस लेते हैं तथा कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं।
- पेड़ पौधे की जड़े मिट्टी को बांध कर रखती है तथा इस प्रकार वह मिट्टी के अपरदन को रोकते हैं।
- वनों से हमें ईंधन, लकड़ी, चारा, जड़ी बूटियां, लाख, शहद, गोंद इत्यादि प्राप्त होते हैं वन्य वन्यजीवो के प्राकृतिक निवास है।
नोट: बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है।
वन्य प्राणी
- बाघ भारत के विभिन्न भागों में पाया जाता है गुजरात के गिर वन में एशियाई शेरों का निवास है।
- हाथी तथा एक सींग वाले गैंडे असम के जंगलों में पाए जाते हैं। हाथी केरल एवं कर्नाटक में भी मिलते हैं।
- ऊंट भारत के रेगिस्तान तथा जंगली गधा कच्छ के रण में पाए जाते हैं।
- जंगली बकरी, हिम तेंदुआ, भालू इत्यादि हिमालय के क्षेत्र में पाए जाते हैं।
- इनके अतिरिक्त बहुत से दूसरे जानवर जैसे बंदर, सियार, भेड़िया नीलगाय, चीता इत्यादि भी हमारे देश में पाए जाते हैं।
नोट: मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
नोट: भारत में सांपों की सैकड़ों प्रजातियां पाई जाती है उनमें कोबरा एवं करैत प्रमुख है।
भारत सरकार ने समाप्त / लुप्त हो रहे जानवरों के प्रजाति के लिए क्या किया है?
वनों के कटने तथा जानवरों की शिकार के कारण भारत में पाए जाने वाले वन्यजीवों की प्रजातियां तेजी से घट रही है बहुत सी प्रजातियां तो समाप्त भी हो चुकी है। उनको बचाने के लिए बहुत से नेशनल पार्क, पशु विहार तथा जीव मंडल आरक्षित क्षेत्र स्थापित किए गए हैं। सरकार ने हाथियों तथा बाघों को बचाने के लिए बाघ परियोजना एवं हस्ति परियोजना जैसी परियोजनाओं को शुरू किया है।
प्रवासी पक्षी: कुछ पक्षी पिंटेल, बत्तख कर्लियू, फ्लैमिंगो, आस्प्रे, लिटिल स्टिंग प्रत्येक वर्ष सर्दी के मौसम में हमारे देश में आते हैं। सबसे छोटी लिटिल स्टिंग जिसका वजन लगभग 15 ग्राम होता है आर्टिक प्रदेश से 800 किलोमीटर की दूरी तय करके भारत आती है।