"महाजनपद काल"
महाजनपद कैसे बनते हैं?
परिवार - कुल - ग्राम - विश - कबीलाकबीला - जन - जनपद -महाजनपद
महाजनपदों की कुल संख्या - 16
- "अंगूठा निकाय" (बौद्ध धर्म) में 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
- "भगवती सूत्र" (जैन धर्म) में 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
- "पणीनी" (अष्टाध्यायि) में 22 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
- "महाभारत" (जयसंहिता) में 250 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
16 महाजनपद
- 14 राजतंत्र
- राज का बेटा ही राजा
- 2 गणतंत्र
- जहां लोगों का शासन अर्थात जब शासक का चुनाव जनता करें। (वज्जि, मल्ल)
नोट :
- वज्जि दुनिया का पहला गणतंत्र
- वज्जि 8 गणतंत्रो का समूह था
- वज्जि को लिच्छवी ने बसाया था
- मल्ल यह भी गणतंत्र था
- सबसे शक्तिशाली महाजनपद मगध था
- अश्मक की महिलाएं सिकंदर से लड़ी थी
- सबसे ज्यादा महाजनपद उत्तर प्रदेश में थी, इनकी संख्या-8
- विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली में लिछच्वी के द्वारा स्थापित किया गया था।
- मगध की प्रथम राजधानी - गिरिव्रज, राजगृह
"16 महाजनपद"
महाजनपद राजधानी
1. काशी वाराणसी
2. कौशल श्रावस्ती
3. अंग चंपा
4. चेदि शक्तिमती
5. वत्स कौशांबी
6. कुरु इंद्रप्रस्थ
7. पांचाल अहिच्छत्र कंपिल्य
8. मत्स्य विराटनगर
9. सूरसेन मथुरा
10. अश्मक पैठान/ प्रतिष्ठान/पोतान/पोटिल
11. अवंती उज्जैन, महिष्मति
12. गंधार तक्षशिला
13. कंबोज हाटक/राजपुर
14. वज्जि वैशाली/वैदेही/मिथिला
15. मल्ल कुशीनगर, पावा
16. मगध गिरिव्रज, राजग्रह, पाटलीपुत्र
महाजनपदों की स्थिति :-
- कंबोज और गंधार वर्तमान भारत की सीमाओं से बाहर था।
- हाटक महाजनपद (वर्तमान अफगानिस्तान) में सबसे अच्छे घोड़े थे।
- तक्षशिला शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र था।
- अंग सबसे पूर्वी महाजनपद था जो व्यापार और वाणिज्य के लिए प्रसिद्ध महाजनपद था।
- कंबोज सबसे पश्चिमी महाजनपद था।
- पांचाल सबसे उत्तरी महाजनपद था।
- अस्मक सबसे दक्षिण में स्थित था।
- मत्स्य की स्थिति राजस्थान में थी।