"Pol Science - GKGS"
"भारतीय संविधान की विशेषताएं"
1. भारतीय संविधान निर्मल लिखित और विशाल संविधान है।
2. संविधान सर्वोच्चता है-
- शासन के सभी अंगों को संविधान के अनुसार बनाए गए नियम कानून से संचालित होगा।
- कोई भी ऐसा कानून नहीं बनाया जा सकता जो संविधान के आधारभूत ढांचे का हनन करता है।
भारतीय संविधान में
- अनुच्छेद 395
- भाग 22
- अनुसूची 12
3. संसदीय प्रभुता और न्यायिक सर्वोच्चता में संबंध-
- संसदीय प्रभुता - कानून बनाने की अंतरिम शक्ति संसद को दी गई है।
- न्यायिक सर्वोच्चता - संसद के द्वारा कोई ऐसा कानून यदि बनाया जाता है जो आधारभूत ढांचे का हनन करता हो तो उसे शून्य घोषित करने की शक्ति न्यायपालिका के पास है।
4. न्यायपालिका की स्वतंत्रता-
- इसका आशय न्यायिक पुनरीक्षण (न्यायिक सक्रियतावाद) है।
5. भारतीय संविधान संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न है-
- सरकार समस्त निर्णय सम्मत से लेगी।
6. अनम्यता (कठोरता) एवं सुनम्यता (लचीलापन) का मिश्रण-
- अन्यथा (कठोर) संविधान - ऐसे संविधान में संशोधन करना बहुत मुश्किल होता है।
- उदाहरण - USA (संघात्मक व्यवस्था वाले राज्य)
- सुनम्यता (लचीलापन) संविधान - ऐसे संविधान जिसमें संशोधन करना बहुत आसान होता है (साधारण बहुमत द्वारा ही होता है)
- उदाहरण - ब्रिटेन (UK)
Note :
- भारत के संविधान में राष्ट्रपति निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध संशोधन करना बहुत कठिन होता है इसी के साथ-साथ सातवीं और चौथी अनुसूची के प्रावधानों में संशोधन करना बहुत कठिन है।
- परंतु संविधान के भाग-1 भाग-2 नागरिकता में दूसरी अनुसूची के प्रावधानों में संशोधन करना आसान है।
7. लोकतांत्रिक समाजवाद-
- निजी स्वामित्व का विरोध नहीं है।
- आई के बीच की असमानता को समाप्त किया जाएगा।
- जो वंचित या दुर्बल वर्ग है उनको मुख्यधारा में लाया जाएगा।
8. पंथनिरपेक्षता (राजकीय धर्म नहीं है कोई)-
- भारतीय संविधान लिखित संविधान है।
- भारतीय संविधान निर्मित संविधान है।
- कुल लागत 64 लाख
- 53000 व्यक्तियों ने अपनी आंखों से देखा।
- 8 देशों के संविधान का अध्ययन किया गया।
- 11 बैठक हुई।
- 114 दिनों तक बहस हुई
संविधान की प्रस्तावना
Preamble of Consititution
- संविधान निर्माण की प्रक्रिया में प्रस्तावना सबसे बाद में शामिल किया गया परंतु उसको संविधान में स्थान सबसे पहले दिया गया।
- हमारे हिंदी संस्करण में प्रस्तावना को उद्देशिका कहा गया है।
- संविधान के हिंदी संस्करण के लेखक - वंसल कृष्ण वैध
- अंग्रेजी संस्करण में प्रस्तावना को कहा जाता है
- अंग्रेजी संस्कृति के लेखक - प्रेम बिहारी बोस
संविधान निर्माण की प्रक्रियाProcess of Consititution Making
प्रस्तावना
- विचार (Concept)
- अमेरिका के संविधान से लिया है।
- विश्व का सबसे पहला लिखित संविधान - अमेरिका (USA)
- भाषा (Language)
- प्रस्तावना की भाषा ऑस्ट्रेलिया से लिया गया
प्रस्तावना
- प्रस्तावना संविधान का संक्षिप्त रूप है जो किसी भी देश की शासन व्यवस्था को समझने के लिए आवश्यक होता है।
- यह संविधान की भूमिका या आमुख की भांति होती है।
प्रस्तावना
सत्ता का स्रोत
- भारत की जनता
आदर्श एवं उद्देश्य
- न्याय - सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक न्याय
- स्वतंत्रता - विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म, उपासना की स्वतंत्रता
- समानता - राष्ट्र की एकता अखंडता व बंधुता
शासन स्वरूप प्रणाली
- संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न
- समाजवादी
- पंथनिरपेक्ष
- लोकतंत्रात्मक
- गणराज्य
लागू होने की तिथि
- बनकर तैयार हुआ 26 नवंबर 1949 को
- लागू हुआ 26 जनवरी 1950 को
Note : संविधान की प्रस्तावना में केवल एक बार संशोधन हुआ है (42वें संविधान संशोधन 1976)
संविधान संशोधन में 4 शब्द जोड़े गए
- समाजवाद
- पंथनिरपेक्ष
- और
- अखंडता
Note : अर्थपूर्ण शब्द केवल तीन ही है,
केसवानंद भारती केस बनाम केरल-1973 के अनुसार
- प्रस्तावना संविधान का अंग है
- प्रस्तावना में संशोधन किया जा सकता है
महत्वपूर्ण तथ्य
(Important Statement)
- प्रस्तावना भारतीय संविधान का परिचय पत्र है
- प्रस्तावना संविधान की कुंजी/आत्मा है