'द्वितीयक क्रियाएं'
MCQ Questions:
प्र.1. निर्माण की सबसे छोटी इकाई कौन सी है?
उ.1. कुटीर उद्योग।
प्र.2. निजी क्षेत्र के उद्योग अधिकतर कौन से देश में पाए जाते हैं?
उ.2. पूंजीवादी देशों में।
प्र.3. कौन सा उद्योग रसायन आधारित उद्योग है?
उ.3. पेट्रो रसायन उद्योग, कृत्रिम रेशा उद्योग।
प्र.4. रुहर कोयला प्रदेश किस देश में स्थित है?
उ.4. जर्मनी।
प्र.5. किस क्षेत्र को जंग का कटोरा कहा जाता है?
उ.5. पिट्सबर्ग।
प्र.6. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग किसके अधीन होते हैं?
उ.6. सरकार के।
प्र.7. आधुनिक बड़े पैमाने पर होने वाले विनिर्माण की प्रमुख विशेषता क्या है?
उ.7. (i) कौशल विशिष्टिकरण ।
(ii) यंत्रीकरण ।
(iii) प्रोधोगिकीय नवाचार।
प्र.8. सिलिकन घाटी कहां है?
उ.8. सयुक्त राज्य अमेरिका (USA)।
प्र.9. विनिर्माण का क्या अर्थ है?
उ.9. किसी भी प्रकार के कच्चे माल को मूल्यवान वस्तु के रूप में बदलना।
विनिर्माण का आशय किसी वस्तु के उत्पादन से है जैसे:- खिलौना बनाना, लोहे इस्पात को गढना।
द्वितीयक क्रियाओं में इसका (कच्चे माल) महत्व बढ़ जाता है। और प्राकृतिक संसाधनों का महत्व भी बढ़ जाता हैं।
Important Questions:
प्र.1. उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं?
उ.1. (i) बाजार की अभिगम्यता:- उत्पादित माल के लिए उपलब्ध बाजार का होना। विकसित देशों में व्यापक बाजार उपलब्ध होते हैं।
(ii) श्रम आपूर्ति अभिगम्यता:- श्रम एक महत्वपूर्ण कारक है और उद्योग वही होते हैं जहां आश्रम उपलब्ध हो।
(iii) शक्ति के संसाधनों अभिगम्यता: अधिक शक्ति की आवश्यकता वाले उद्योग ऊर्जा के समीप लगाए जाते हैं जैसे एल्युमिनियम उद्योग।
(iv) परिवहन एवं संचार की सुविधा: कच्चे माल को कारखाने तक ले जाने के लिए परिवहन की आवश्यकता होती है इसलिए परिवहन उद्योग की स्थापना में महत्वपूर्ण है।
(v) सरकारी नीति: संतुलन विकास के लिए आर्थिक नीति होना महत्वपूर्ण होता है।
- जर्मनी का रूहर कोयला क्षेत्र परंपरागत बड़े पैमाने वाले औद्योगिक प्रदेश के अंतर्गत रखा जा सकता है।
- जर्मनी के इस्पात उत्पादन का 80% रूहर से प्राप्त होता है।
'उद्योगों का वर्गीकरण'
(1) आकार पर आधारित उद्योग (छोटे पैमाने के उद्योग):
(i) इसमें कम पूंजी की आवश्यकता होती है।
(ii) इसमें कम मशीनों की आवश्यकता होती है।
(iii) इसमें स्थानीय कच्चे माल का प्रयोग किया जाता है।
(iv) इसमें कम श्रमिकों की आवश्यकता होती है।
(v) उदाहरण: चमड़ा उद्योग, कूलर उद्योग।
(2) बड़े पैमाने के उद्योग:
(i) इसमें अधिक पूंजी की आवश्यकता होती है।
(ii) इसमें अधिक बड़ी-बड़ी मशीनों की आवश्यकता होती है।
(iii) इसमें कच्चा माल आयात किया जाता है।
(iv) इसमें अधिक कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है।
(v) उदाहरण: लोहा इस्पात उद्योग, मोटर गाड़ी उद्योग।
(3) कुटीर उद्योग:
(i) यह निर्माण की सबसे छोटी इकाई है।
(ii) इसमें शिल्पकार स्थानीय मजदूर कच्चे माल का ही उपयोग करता है।
(iii) इसमें दैनिक जीवन की छोटी-छोटी चीजों का निर्माण किया जाता है।
(iv) फिर इन वस्तुओं को स्थानीय बाजारों में बेच दिया जाता है।
अधिक पूंजी व परिवहन की आवश्यकता है इसमें नहीं होती है
(v) उदाहरण: आचार, मूर्ति, चटाई इत्यादि।
'कच्चे माल पर आधारित उद्योग का वर्गीकरण'
- कृषि आधारित उद्योग
- खनिज आधारित उद्योग
- रसायन आधारित उद्योग
- वनों पर आधारित उद्योग
- पशु आधारित उद्योग
1). कृषि आधारित उद्योग: खेतों से प्राप्त कच्चे माल को विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा तैयार माल बदलकर विक्रय के लिए बाजारों में भेजा जाता है उदाहरण: शक्कर, अचार, मसाले, तेल आदि।
2). खनिज आधारित उद्योग: खनिजों को कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है कुछ उद्योग अंस वाले धात्विक खनिजों का उपयोग करते हैं जबकि कुछ उद्योग अलोह धात्विक खनिजों का उपयोग करते हैं जैसे सीमेंट, मिट्टी के बर्तन।
3). रसायन आधारित उद्योग: प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रसायनिक का उपयोग होता है जैसे पेट्रो रसायन उद्योग में खनिज तेल का उपयोग होता है उदाहरण: कृत्रिम रेशों बनाना, प्लास्टिक बनाना।
4). वनों पर आधारित उद्योग: वनों से प्राप्त कई मुख्य एवं गौण उपज कच्चे माल के रूप में उद्योगों में प्रयुक्त होती है। फर्नीचर उद्योग के लिए इमारती उद्योग (लकड़ी), कागज उद्योग के लिए लकड़ी, बांस एवं घास।
5). पशु आधारित उद्योग: चमड़ एवं उन पशुओं से प्राप्त प्रमुख कच्चा माल है जैसे उन, चमड़ा, हाथी दांत आदि।
प्र.2. तीन बार स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को कितने वर्गों में बांटा गया है?
उ.2. सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र, संयुक्त क्षेत्र।
(i) सार्वजनिक क्षेत्र: सरकार के अधीन होते हैं साम्यवादी और समाजवादी देशों में ऐसा होता है।
(ii) निजी क्षेत्र: इसका मालिक एक व्यक्ति या कंपनी होती है और यह पूंजीवादी देशों में होती है भारत में टाटा समूह बिरला रिलायंस आदि।
(iii) संयुक्त क्षेत्र: कुछ उद्योग का संचालन सरकार तथा निजी कंपनी मिलकर करती है। उदाहरण [HPCC]
प्र.3. स्वच्छंद उद्योग से आप क्या समझते हैं?
उ.3. (i) स्वच्छंद उद्योग व्यापक विविधता वाले स्थानों पर स्थित होते हैं।
(ii) यह विशेष प्रकार के कच्चे माल पर निर्भर नहीं होते हैं और इनमें उत्पादन कम मात्रा में होता है।
(iii) कम श्रमिकों की आवश्यकता होती है।
प्र.4. उत्पाद आधारित उद्योग से आप क्या समझते हैं?
उ.4. इन उद्योगों में ऐसे सामान का उत्पादन किया जाता है जो प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ता द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं।
उदाहरण: ब्रेड बिस्कुट साबुन कागज सिंगार का सामान।
परंपरागत बड़े पैमाने वाले औद्योगिक प्रदेश:
- यह भारी उद्योग के क्षेत्र होते हैं इसमें भारी इंजीनियरिंग, धातु पिघलान वाले, रासायनिक उद्योग, वस्त्र उद्योग शामिल है।
- इस उद्योग को धोने की चिमनी वाले उद्योग भी कहा जाता है।
- यहां पर रोजगार का अनुपात ऊंचा होता है लेकिन घटिया प्रकार के घर होते हैं।
- सेवाएं विकसित नहीं होती।
- प्रदूषण की समस्या होती है।
उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग:
- यह नवीनतम उद्योग है इसमें उत्पादों का उत्पादन गहन शोध के बाद किया जाता है।
- इन उद्योगों में टेक्नोलॉजी काफी उन्नत होती है।
- इन उद्योगों में यंत्रमानव रोबोट भी कार्य करते हैं।
- यहां पर वस्तुओं का डिजाइन कंप्यूटर आधारित होता है और यह उद्योग काफी साफ-सुथरे होते हैं
लोह इस्पात उद्योग की प्रमुख विशेषताएं:
- यह उद्योग सभी उद्योगों का आधार है इसे आधारभूत उद्योग भी कहा जाता है।
- यह आधारभूत उद्योग इसलिए है क्योंकि अन्य उद्योगों के लिए मशीनें और औजार लोहे के ही बने होते हैं।
- इसे भारी उद्योग भी कहा जाता है क्योंकि इसमें भारी-भरकम कच्चा माल प्रयोग में लाया जाता है।
- लोहा निकालने के लिए लोह अयस्क को झोंका भट्टियों में कार्बन और चूना पत्थर के साथ पिघलाया जाता है, पिघला हुआ लोहा बाहर निकलकर जब ठंडा हो जाता है तो उसे कच्चा लोहा कहते हैं।
- इसी कच्चे लोहे में मैग्नीज मिलाकर इस्पात बनाया जाता है।
सूती वस्त्र उद्योग:
- प्राचीन भारत में सूती वस्त्र हाथ से कटाई और हथकरघा बुनाई तकनीक से बनाए जाते थे।
- 18 वीं शताब्दी से बिजली करगो का उद्योग होने लगा।
- भारत में सूती वस्त्र की ज्यादातर मिले महाराष्ट्र और गुजरात में है क्योंकि इन जगहों पर कपास का उत्पादन बहुत ज्यादा होता है।
- विश्व के 50% से अधिक कपास का उत्पादन भारत चीन संयुक्त राज्य अमेरिका पाकिस्तान उज़्बेकिस्तान एवं मिस्र में क्या जाता है।
- भारत आज के समय में अमेरिका इंग्लैंड रूस फ्रांस नेपाल सिंगापुर और अफ्रीका को सूती वस्त्र निर्यात करता है।
- सूती वस्त्र उद्योग से कुछ ऐसी उद्योगों को भी बढ़ावा मिलता है जैसे रंगाई उद्योग, पैकिंग उद्योग।
प्र.5. आधुनिक बड़े पैमाने पर होने वाले विनिर्माण उद्योग की मुख्य विशेषता क्या है?
उ.5. कौशल का विशिष्टिकरण: सिर्फ तरीके से कारखाने में थोड़ा ही समान उत्पादित किया जाता है जो कि आदेशानुसार बनाया जाता है, अतः इसकी लागत अधिक आती है।
यंत्रीकरण: यंत्रीकरण से तात्पर्य है किसी कार्य को पूर्ण करने के लिए मशीनों का प्रयोग करना स्वचालित कारखाने जिसमें मशीनों को सोचने के लिए विकसित किया गया है।
प्रौद्योगिकीय नवाचार: प्रोधोगिकी नवाचार, शोध एवं विकासमान युक्तियों के द्वारा विनिर्माण की गुणवत्ता को नियंत्रित करने, अवशिष्टो के निस्तारण एवं अदक्षता को समाप्त करने तथा प्रदूषण के विरुद्ध संघर्ष करने का महत्वपूर्ण पहलू है।
संगठनात्मक ढांचा एवं स्तरीकरण:
- एक जटिल प्रौद्योगिकी यंत्र
- अधिक पूंजी।
- अरे संगठन एवं प्रशासकीय अधिकारी वर्ग।