'अंतरराष्ट्रीय व्यापार'
MCQ Questions:
प्र.1. दक्षिण अमेरिका राष्ट्रों में ओपेक का सदस्य कौन - सा है?
उ.1. वेनेजुएला।
प्र.2. विश्व के किस महाद्वीप में व्यापार का सर्वाधिक प्रभाव होता है?
उ.2. यूरोप।
प्र.3. साफ्टा (साउथ एशियन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) का गठन कब हुआ था?
उ.3. जनवरी 2006।
प्र.4. दिसंबर 2005 में कितने देश विश्व व्यापार संगठन के सदस्य थे?
उ.4. 149 देश।
प्र.5. विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहां है?
उ.5. जिनेवा (स्विजरलैंड) हैं।
प्र.6. आज विश्व में कितने प्रादेशिक व्यापार समूह है?
उ.6. 120 प्रादेशिक व्यापार समूह।
Important Questions:
प्र.1. व्यापार का क्या अर्थ है?
उ.1. व्यापार का तात्पर्य वस्तुओं और सेवाओं के इच्छा अनुसार आदान-प्रदान से होता है। इसमें दो पक्षों का होना आवश्यक है एक पक्ष जो बेचता है तथा दूसरा पक्ष जो खरीदता है।
प्र.2. रेशम मार्ग क्या है?
उ.2. रेशम मार्ग लंबी दूरी के व्यापार का आरंभिक उदाहरण है जो रूम को चीन से जोड़ता था इस मार्ग के द्वारा व्यापारी चीन में बने रेशम रोम की उन व बहुमूल्य धातुओं का परिवहन करते थे।
प्र.3. विनय में व्यवस्था की प्रमुख दो कठिनाइयां का उल्लेख कीजिए। (बोर्ड परीक्षा 2013)।
उ.3. (i) सही खरीददार पाना कठिन है क्योंकि जरूरी नहीं है कि जो जरूरत चीज बेचनी हो उसे दूसरा खरीदें।
(ii) सही विक्रेता पाना कठिन है क्योंकि जिस वस्तु की हमें जरूरत है उसे कौन बेचना चाहता है यह जानना भी कठिन है।
(iii) उचित मूल्य का निर्धारण कठिन क्योंकि प्रत्येक वस्तु का मूल्य अलग-अलग होता है और विनिमय के दौरान वस्तुओं का मूल्य लगान बहुत मुश्किल होता है।
प्र.4. विश्व व्यापार संगठन के आधारभूत कार्य कौन से हैं? तीन बिंदुओं में वर्णन कीजिए (बोर्ड परीक्षा 2013)
उ.4. (i) विश्व व्यापार संगठन एकमात्र ऐसा अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो राष्ट्रों के मध्य वैश्विक नियमों का व्यवहार करता है।
(ii) यह संगठन विश्वव्यापी तंत्र के लिए नियमों को तय करता है और इसके सदस्य देशों के मध्य विवादों को निपटारा करता है।
(iii) यह संगठन दूरसंचार और बैंकिंग जैसी सेवाओं तथा अन्य विषयों जैसे बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार को भी अपने कार्यों में सम्मिलित करता है।
प्र.5. पतनो द्वारा संभाले गए यातायात के प्रकार के अनुसार पतनो का वर्गीकरण कीजिए।
उ.5. औद्योगिक पतन: यह पतन थोक नौभार लिए विशेष कृत होते हैं जैसे अनाज, चीनी, अयस्क, तेल, रसायन आदि।
वाणिज्यक पतन: यह पतन सामान्य नौभार के लिए विशेष तथा विनिर्मित वस्तुओं का निपटारा करते हैं। ये पतन यात्री - यातायात का भी प्रबंध करते हैं।
प्र.6. सार्क तथा ओपेक के मुख्यालय कहां है?
उ.6. (i) सार्क - काठमांडू (नेपाल)।
(i) ओपेक - वियना (ऑस्ट्रिया)।
द्विपक्षीय व्यापार: दो दशों के मध्य किए जाने वाले व्यापार द्विपक्षीय व्यापार कहलाते हैं आपस में निर्दिष्ट वस्तुओं का व्यापार करने के लिए दोनों देशों की सहमति होती है।
बहुपक्षीय व्यापार: यह व्यापार बहुत से व्यापारिक देशों के साथ किया जाता है देश किसी भी अन्य देशों के साथ व्यापार कर सकता है।
प्र.7. पारदेसी व्यापार समूह का आशय स्पष्ट करो।
उ.7. (i) व्यापारिक मदो में भौगोलिक समीपता, समरूपता तथा पूरकता के साथ देशों के मध्य व्यापार को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रादेशिक व्यापार समूह अस्तित्व में आए।
(ii) यह कुछ चुने हुए देशों के समूह है जो सदस्य राष्ट्रों में व्यापार शुल्क को हटा देते हैं और मुक्त व्यापार को बढ़ावा देते हैं।
प्र.8. मुक्त व्यापार की स्थिति को स्पष्ट कीजिए।
उ.8. (i) व्यापार हेतु अर्थव्यवस्थाओं को खोलने का कार्य मुक्त व्यापार या व्यापार उदारीकरण के रूप में जाना जाता है।
(ii) यह कार्य व्यापारिक अवरोधों जैसे सीमा शुल्क को हटाकर किया जाता है।
(iii) मुक्त व्यापार घरेलू उत्पादों एवं सेवाओं से प्रतिस्पर्धा करने के लिए सभी स्थानों से वस्तुओं और सेवाओं के लिए अनुमति प्रदान करता है।
प्र.9. राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता किस प्रकार अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित करती है?
उ.9. (i) विश्व के सभी देशों में संसाधनों में भिन्नता पाई जाती है इसलिए देशों के बीच व्यापार की जरूरत होती है।
(ii) भौगोलिक संरचना में अंतर के कारण किसी राष्ट्रीय में दूसरे राष्ट्र में अलग कृषि फसल होती है। जैसे ब्राजील में कॉफी उत्पादन अधिक है तो वहां से कॉफी दूसरे देशों को निर्यात की जाती है।
(iii) खनिज भी हर देश में अलग पाए जाते हैं, दक्षिण अफ्रीका से खनिज अन्य देशों को निर्यात किए जाते हैं।
(iv) जलवायु में विविधता से भी व्यापार को बढ़ावा मिलता है जैसे उत्पादन ठंडे क्षेत्रों में ही होता है।
प्र.10. जनसंख्या कारक किस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित करते हैं?
उ.10. सांस्कृतिक कारक: बहुत से देशों की सांस्कृतिक अपनी कला के लिए काफी प्रसिद्ध है जिन्हें विश्व भर में सराहा जाता है। जैसे चीन (चीनी मिट्टी के बर्तन), ईरान (कालीन), उत्तर अफ्रीका (चमड़े का काम)।
जनसंख्या का आकार:- सघन आबादी वाले देशों में आंतरिक व्यापार अधिक होता है। कम आबादी वाले देशों में बाह्य व्यापार अधिक होता है।
'अंतरराष्ट्रीय व्यापार के महत्वपूर्ण पक्ष'
व्यापार का परिभाषा: व्यापार की गई कुल वस्तुओं का वास्तविक तौल कहलाता है। व्यापार की गई वस्तु के कुल मूल्य को व्यापार का परिणाम कहा जाता है।
व्यापार संयोजन: पिछले कुछ शताब्दियों से देशों द्वारा आयतित और निर्यातित वस्तुओं में बदलाव हुआ है। पहले के समय में कच्चे माल का व्यापार अधिक होता था। वर्तमान समय में विनिर्मित वस्तुओं का अधिक व्यापार होता है।
व्यापार की दिशा: बीसवीं शताब्दी के बाद से विश्व व्यापार में बहुत परिवर्तन हुए हैं। यूरोप के उपनिवेश अब समाप्त हो गए हैं जबकि भारत, चीन और अन्य विकासशील देश भी अब व्यापार में बड़े-बड़े देशों को टक्कर दे रहे हैं। पहले विकासशील देशों का कच्चा माल सिर्फ यूरोपीय देशों तक ही जाता था।
प्र.11. व्यापार संतुलन से आप क्या समझते हैं?
उ.11. एक देश दूसरे देश को अपनी वस्तुएं निर्यात करता है तथा कुछ वस्तुएं आयात करता है इस आयात निर्यात के अंतर को व्यापार संतुलन कहा जाता है।
ऋणात्मक: जब देश को अपने निर्यात से ज्यादा पैसा नहीं मिलता तथा अपने आयात पर अधिक खर्च होता है तो व्यापार का ऋणात्मक संतुलन होता है।
धनात्मक: यदि आयात पर पैसे कम खर्च हो तथा निर्यात से ज्यादा मिले तो संतुलन धनात्मक होगा।
प्र.12. अंतरराष्ट्रीय व्यापार से संबंधित प्रमुख समस्याओं को उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
उ.12. (i) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का होना राष्ट्रीय के लिए पारस्परिक लाभदायक होता है। यह उत्पादन के उच्च स्तर वस्तुओं व सेवाओं की उपलब्धता कीमतों व वेतन का समानीकरण प्रस्तुत करता है।
(ii) अंतरष्ट्रीय व्यापार देशों के लिए हानिकारक हो सकता है यदि यह अन्य देशों पर निर्भरता, विकास के समान स्तर, शोषण और युद्ध का कारण बनने वाली प्रतिद्वंदिता की ओर उन्मुख होता है।
(iii) अंतरराष्ट्रीय व्यापार से प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग बढ़ता जा रहा है जिससे पर्यावरण व स्वास्थ संबंधी समस्या उत्पन्न हो रही है।
प्र.13. स्पष्ट कीजिए कि पत्तनो को अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रवेश द्वार क्यों कहा जाता हैं?
उ.13. (i) पतन अंग्रेजी के शब्द पोर्ट का हिंदी रूपांतरण है अंग्रेजी शब्द पोर्ट लैटिन भाषा के पोर्टा से लिखा गया है जिसका अर्थ द्वार है।
(ii) पतन समुंद्र तथा स्थल को आपस में जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है अर्थात यह समुद्र से स्थल तथा स्थल से समुद्र तक जाने का द्वार है।
(iii) पत्तनो के अंदर जहाज के ठहरने व रुकने की सुविधा होती है।
(iv) वस्तुओं को लादने उतारने व भंडारण की सेवा प्रदान करते हैं और पतन जहाजों के रखाव के लिए भी सुविधा प्रदान करती है।
(v) पतन श्रमिकों तथा प्रबंधन की भी सुविधा प्रदान करते हैं।
प्र.14. संसार के अधिकांश महान पत्तन किस प्रकार वर्गीकृत की जय हैं?
उ.14. विस्तृत पत्तन।
प्र.15. विशिष्टिकृत क्रियाकलापों के आधार पर पत्तनो के प्रकारों का वर्णन करो करों।
उ.15. (1) तेल पत्तन: यह पत्तन तेल के प्रक्रमण और नौ परिवहन का कार्य करते हैं। इसमें से कुछ टैंकर पत्तन एक तेल शोधन पत्तन है। जैसे: पर्शिया की खाड़ी पर अबा पत्तन एक तेल शोधन पत्तन है।
2). मार्ग पत्तन (विश्राम पत्तन): यह ऐसे पत्तन है जो मूल रूप से मुख्य समुद्री मार्गों पर विश्राम केंद्र के रूप में विकसित हुए। जहां पर जहाज ईंधन भरने, जल भरने व खाद सामग्री के लिए लंगर डाला करते हैं। बाद में ये पत्तन वाणिज्यिक पत्तनों में विकसित हो गए। जैसे सिंगापुर, होनोलूलू।
3). पैकेट पत्तन: इन्हें फेरी पत्तन के नाम से भी जाना जाता है। यह पैकेट स्टेशन विशेष रूप से छोटी दूरियों को तय करते हुए जलीय क्षेत्रों के आर-पार डाक तथा यात्रियों के परिवहन से जुड़े होते हैं। जैसे इंग्लिश चैनल के आरपार इंग्लैंड में डोवर और फ्रांस में कैलाइस।
4). आंत्रपो पतन: ये वे एकत्रण केंद्र है जहां विभिन्न देशों से निर्यात हेतु वस्तु लाई जाती है। जैसे: सिंगापुर एशिया के लिए आंत्रपो पत्तन है तथा 'राइरडम' यूरोप के लिए।
5). नौसेना पत्तन: ये केवल सामाजिक महत्व के पतन है। ये पत्तन युद्धक जहाजों को सेवाएं देते हैं। तथा उनके लिए मरम्मत कार्य शालाएं चलाते हैं। जैसे भारत में कोच्चि तथा कारवाड़ पत्तन।