'केशवदास का जीवन परिचय हिन्दी में'
केशवदास का संक्षिप्त जीवन परिचय
केशवदास का जन्म : सर 1595 बेतवा नदी के तट पर स्थित ओरछा नगर में प्रसिद्ध कवि केशवदास का जन्म हुआ। केशवदास के प्रधान आश्रयदाता ओरछापति महाराज इंद्रजीत सिंह थे।
केशवदास का जन्म : सर 1595 बेतवा नदी के तट पर स्थित ओरछा नगर में प्रसिद्ध कवि केशवदास का जन्म हुआ। केशवदास के प्रधान आश्रयदाता ओरछापति महाराज इंद्रजीत सिंह थे।
मृत्यु : उनका देहांत 1617 ईस्वी में हुआ।
शिक्षा : वे साहित्य और संगीत, धर्मशास्त्र और राजनीति, ज्योतिष और सभी विषयों के गंभीर अध्येता थे।
उपलब्धियां : उन्हें वीर सिंह देव का आश्रय भी प्राप्त था। केशव दास की रचना में उनके तीन रूप आचार्य महाकवि और इतिहासकार दिखाई पड़ते हैं। केशवदास के पहले भी रीतिग्रंथ लिखे गए पर व्यवस्थित और सर्वांगपूर्ण ग्रंथ सबसे पहले उन्होंने प्रस्तुत किए।
केशवदास के काव्य विशेषता :
- केशवदास की काव्य भाषा ब्रज है
- बुंदेल निवासी होने के कारण उनकी रचना में बुंदेल शब्दों का प्रयोग
- संस्कृत भाषा का प्रयोग
- दूसरे छंद सवैया में कवि ने पंचवटी माहात्म्य का सुंदर वर्णन
केशवदास की प्रमुख परमाण्विक रचनाएं :
- रसिक
- प्रिया
- कवि प्रिया
- रामचंद्रचंद्रिका
- वीरसिंह देव चरित्र
- विज्ञान गीता
- जहांगीर जसचंद्रिका आदि।
रतनबावनी का रचनाकाल अज्ञात है, किंतु उसे उनकी सर्वप्रथम रचना माना जाता है।
रामचंद्रचंद्रिका : रामचंद्रचंद्रिका का एक अंश दिया गया है जिसमें केशवदास ने मां सरस्वती की उदारता और वैभव का गुणगान किया है। मां सरस्वती की महिमा का ऐसा वर्णन ऋषि, मुनियों, दवताओं के द्वारा भी संभव नहीं है।