ममता कालिया जी का जीवन परिचय
जन्म: ममता कालिया जी का जन्म सन् 1940 में मथुरा, उत्तर प्रदेश में हुआ।
शिक्षा: इनकी शिक्षा के कई पड़ाव रहे जैसे नागपुर, पुणे, इंदौर, मुंबई आदि। दिल्ली विश्वविद्यालय से उन्होंने अंग्रेजी विषय से M.A. किया। M.A करने के बाद सन् 1963 - 1965 तक दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की प्राध्यापिका रही।
उपलब्धियां: कथा साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान से साहित्य भूषण 2004 में तथा वही से कहानी सम्मान 1989 में प्राप्त हुआ। उनके समर्ग साहित्य पर अभिनव भारती कोलकाता ने रचना पुरस्कार भी दिया। इसके अतिरिक्त उन्हें सरस्वती प्रेस तथा सप्ताहिक हिंदुस्तान का श्रेष्ठ कहानी पुरस्कार भी प्राप्त है।
प्रमुख काव्य कृतियां:
उपन्यास: बेघर, नरक दर नरक, एक पत्नी के नोट्स, प्रेम कहानी, लड़कियां, दौड़ आदि। ममता जी का 12 कहानी संग्रह प्रकाशित है जो संपूर्ण कहानियां नाम से दो खंडों में प्रकाशित है। उनके दो कहानी संग्रह और प्रकाशित हुए हैं। 25 साल की लड़की, थिएटर रोड के कौवे।
काव्य कृतियों की विशेषताएं: ममता कालिया शब्दों की पारिख हैं। उनका भाषाज्ञान अत्यंत उच्चकोटि का है। विषय के अनुरूप सहज भावाभिव्यक्ति उनकी खासियत है। व्यंग्य की सटीकता एवं सजीवता अभिव्यक्ति की सरलता एवं सुबोधता उसे विशेष रूप से मर्मस्पर्शी बना देती है।
ममता जी का इतिहास: 1966 से 1970 तक एस.एन.डी टी महिला विश्वविद्यालय 1973 से 2001 तक महिला सेवा सदन डिग्री कॉलेज, इलाहाबाद में प्रधानाचार्य रहीं। 2003 से 2006 तक भारतीय भाषा परिषद कोलकाता की निदेशक।