निर्मल वर्मा जी का जीवन परिचय
जन्म: निर्मल वर्मा जी का जन्म सन 1929 में शिमला (हिमाचल प्रदेश) में हुआ।
शिक्षा: निर्मल वर्मा जी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में M.A. किया और अध्यापन कार्य करने लगें।
उपलब्धियां: निर्मल वर्मा को हिंदी के समान ही अंग्रेजी पर भी अधिकार प्राप्त है उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया तथा हिंदुस्तान टाइम्स के लिए यूरोप की संस्कृति एवं राजनीतिक समस्याओं पर अनेक लेख और रिपोर्ट लिखे हैं जो उनके निबंध संग्रह में संकलित है। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित।
प्रमुख रचनाएं:
कहानी संग्रह: परिंदे, जलती झाड़ी, तीन एकांत, पिछली गर्मियों में, कव्वे और काला पानी, बीच बहस में, सूखा तथा अन्य कहानियां।
उपन्यास: वे दिन, लाल टीन की छत, एक चिथड़ा सुख, अंतिम अरण्य, रात का रिपोर्टर।
यात्रा संस्मरण संकलित: हर बारिश में, चिड़ो पर चांदनी, धुंध से उठती धुन।
निबंध संग्रह: शब्द और स्मृति, कला का जोखिम, ढलान से उतरते हुए।
प्रमुख रचनाओं की विशेषताएं:
- भाषा शैली में ऐसी अनोखी कसावट जो विचार सूत्र की गहनता को विविध उद्धरणो से रोचक बनाती है।
- सरल भाषा शैली, वाक्य रचना में मिश्र और संयुक्त वाक्य की प्रधानता।
- अपने काव्य रचना में उर्दू और अंग्रेजी भाषा का संभावित प्रयोग।