"Class 7th Science Notes Chapter 04"
'उष्मा'
Class 7th Science Notes
गर्म तथा ठंडा
- हम शीत ऋतु में ऊनी वस्त्र पहनते हैं क्योंकि यह हमें गर्म रखते हैं।
- ग्रीष्म ऋतु में हम हल्के रंग के सूती वस्त्र पहनते हैं क्योंकि यह हमें ठंडक देते हैं।
- शीत ऋतु में हमें घर के अंदर ठंड लगती है तथा बाहर धूप में जाने पर हमें गर्मी महसूस होती है।
- ग्रीष्म काल में हमें घर के अंदर भी गर्मी लगती है।
ताप मापन
- तापमापी वह युक्ति है जिसमें तापमापा जाता है।
- डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग शरीर का ताप मापने के लिए किया जाता है इस थर्मामीटर का परिसर 35 डिग्री सेल्सियस से 42 डिग्री सेल्सियस होता है।
डॉक्टरी थर्मामीटर उपयोग करने के लिए आवश्यक सावधानी
- थर्मामीटर का उपयोग से पहले और उपयोग के बाद किसी पूर्तिरोधी (एंटीसेप्टिक) से धोना चाहिए।
- उपयोग से पहले पारे का ताल 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे होना चाहिए।
- थर्मामीटर को पढ़ते समय पारे का ताल आंखों की सीध में होना चाहिए।
- थर्मामीटर का सावधानी से उपयोग करना चाहिए किसी कठोर वस्तु से टकराने परवाह टूट सकता है।
- थर्मामीटर को बल्ब से नहीं पकड़ना चाहिए।
प्रयोगशाला तापमापी
- प्रयोगशाला तापमापी का प्रयोग प्रयोगशालाओं में प्रयोग के दौरान तापमान मापन हेतु करते हैं।
- प्रयोगशाला तापमापी का परिसर -10 डिग्री सेल्सियस से 110 डिग्री सेल्सियस होता है।
अंकीय तापमापी
- तापमापी में पारा एक विषाक्त पदार्थ होता है और यदि तापमापी टूट जाए तो इसका निपटान में कठिन है।
- आजकल अंकीय तापमापी (डिजिटल थर्मामीटर) उपलब्ध है जिसमें पारे का उपयोग नहीं होता।
ऊष्मा का स्थानांतरण
- सीमा से अधिक गर्म वस्तु से अपेक्षाकृत ठंडी वस्तु की ओर प्रवाहित होते हैं।
- जैसे :- किसी बर्तन को ज्वाला पर रखने पर वह तप्त हो जाता है क्योंकि ज्वाला से ऊर्जा बर्तन की ओर चली जाती है।
- जब बर्तन को ज्वाला से हटाते है तो वह धीरे धीरे ठंडा हो जाता है क्योंकि उष्मा बर्तन से परिवेश की ओर स्थानांतरित हो जाती है।
चालन
- वह वस्तु जिसमें उष्मा ठोस वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानांतरित होती है चालन कहलाता है।
ऊष्मा के चालक एवं कुचालक
- जो अपने में से होकर उष्मा को आसानी से जाने देते हैं उन्हें उस्मा का चालक कहते हैं। उदाहरण :- एलमुनियम, आयरन (लोहा), कॉपर (तांबा)।
- वे पदार्थ जो अपने में से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते हैं उन्हें ऊष्मा का सुचालक या ऊष्मा रोधी कहते हैं उदाहरण :- प्लास्टिक तथा लकड़ी।
- संवहन : द्रव व गैसों में ऊष्मा स्थानांतरण की प्रक्रिया में गैस व द्रव के कण वास्तविक गति करते हैं, यह प्रक्रिया संवहन कहलाती है।
वायु में ऊष्मा स्थानांतरण
- ऊष्मा स्रोत के पास की वायु गर्म होकर ऊपर उठती जाती है इस प्रकार यह वायु भी गर्म हो जाता है और यह प्रक्रिया चलती रहती है।
समुंद्र समीर
- तटीय क्षेत्रों में दिन में समय स्थल जल की अपेक्षा जल्दी गर्म होता है।
- स्थल के ऊपर की वायु गर्म होकर ऊपर उठती है।
- समुंद्र की ओर से ठंडी वायु स्थल की ओर बैठकर इसका स्थान लेती है।
- स्थल की ओर से गर्म वायु समुद्र की ओर बहकर चक्र को पूरा करते है।
- समुद्र की ओर से आने वाली वायु को समुद्र समीर कहते हैं।
थल समीर
- रात्रि में तटीय क्षेत्रों में समुद्र का जल स्थल की अपेक्षा धीमी गति से ठंडा होता है।
- इसलिए स्थल की ओर से ठंडी वायु समुंद्र की ओर बहती है यह थल समीर कहलाती है।
विकिरण
- विकिरण द्वारा ऊष्मा स्थानांतरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा इसी विधि से आती है।
सर्दियों तथा गर्मियों में हमारे पहनने के वस्त्रों के प्रकार
- गर्मियों में सफेद या हल्के रंग के वस्त्र तथा सर्दियों में गहरे रंग के वस्त्र पहनना हमें आरामदायक होता है।
- गहरे रंग के वस्त्र श्रेष्ठ अधिक ऊष्मा अवशोषित करते हैं इसीलिए सर्दियों में गहरे रंग के वस्त्र पहनना अच्छा लगता है।
- हल्के रंग के कपड़े उष्मीय विकिरणो के अधिकांश भाग को परावर्तित कर देते हैं इसीलिए गर्मियों में हमें हल्के रंग के वस्त्र अधिक आरामदायक लगते हैं।