"Class 7th Science Notes Chapter 06"

'भौतिक एवं रसायनिक परिवर्तन'
Class 7th Science Notes
भौतिक परिवर्तन
- भौतिक गुण - पदार्थ के आकार, साइज, रंग और अवस्था जैसे गुण उसके भौतिक गुण कहलाते।
- भौतिक परिवर्तन - वह परिवर्तन जिसमें किसी पदार्थ के भौतिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है भौतिक परिवर्तन कहलाता है जैसे बर्फ का पानी में पिघलना, मोमबत्ती का पिघलना।
- भौतिक परिवर्तन सामान्यतः उत्क्रमणीय होता है।
- ऐस परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता है।
भौतिक परिवर्तन के उदाहरण:
- कागज को दो टुकड़ों में काटना,
- चौक को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ना,
- पानी को गर्म करना,
- लोहे की कील को गर्म करना।
रसायनिक परिवर्तन
- वह परिवर्तन जिसमें एक अथवा एक से अधिक नए पदार्थ बनते हैं रसायनिक परिवर्तन कहलाता है। जैसे- कोयला का जलना, लोहे पर जंग लगना।
- रसायनिक परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया भी कहते हैं।
- नए उत्पादों के अतिरिक्त रासायनिक परिवर्तन में निम्न घटनाएं भी हो सकती है ।
रासायनिक परिवर्तन के उदाहरण :
मैग्नीशियम का दहन-- मैग्नीशियम (Mg) + ऑक्सीजन (O
2) → मैग्नीशियम ऑक्साइड (MgO) - मैग्नीशियम ऑक्साइड (MgO) + जल (H2O) → मैग्निशियम हाइड्रोक्साइड (MgOH2)
- कॉपर सल्फेट का विलियन (CuSO4
) + आयरन (Fe) → आयरन सल्फेट (FeSO4) + कॉपर (Cu) - ऐसिटिक अम्ल (CH3COOH) + सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट (NaHCO
2) → कार्बन डाइऑक्साइड (CO
2)
लोहे पर जंग लगना
- जंग लगने की प्रक्रिया को निम्नलिखित समीकरण द्वारा व्यक्त किया जाता है।
आयरन (Fe) + ऑक्सीजन (O
2) + जल (H2O) → आयरन ऑक्साइड (Fe2O
3)
2) + जल (H2O) → आयरन ऑक्साइड (Fe2O
3)
- जंग लगने के लिए ऑक्सीजन और जल दोनों की उपस्थिति अनिवार्य है।
- लोहे पर जिंक की परत चढ़ाने का प्रक्रम यशद लेपन कहलाता है इसमें लोहे पर जंग लगने से रोका जा सकता है।
क्रिस्टलीकरण
- किसी पदार्थ के शुद्ध तथा बड़ी आमाप के क्रिस्टल उनके विलियन से प्राप्त किए जा सकते हैं। यह प्रक्रिया क्रिस्टलीकरण कहलाती है या एक भौतिक परिवर्तन है।